द फॉलोअप डेस्कः
बीते 16 जून को ट्रेन की मिडिल बर्थ के निचली सीट पर बैठे एक व्यक्ति पर गिरने का मामला सामने आया था। राजकीय रेलवे पुलिस ने जानकारी दी कि, मिडिल बर्थ गिरने से घायल हुए 60 वर्ष के व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि किसी अन्य यात्री द्वारा गलत तरीके से जंजीर लगाने के कारण मिडिल बर्थ नीचे के यात्री पर गिर गई, जिस कारण निचली सीट पर बैठे व्यक्ति की मौत हो गई। बर्थ गिरने के बाद पैसेंजर को तेलंगाना के वारंगल के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक पैसेंजर के गर्दन की तीन हड्डियां टूट गई थीं और वो पैरलाइज्ड हो गया था। उनकी तीन इमरजेंसी सर्जरी की गईं, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
ट्रेन में ऊपरी बर्थ गिरने से एक व्यक्ति की मौत
जानकारी के अनुसार, केरल के अली खान सीके अपने दोस्तों के साथ 12645 - एर्नाकुलम-हजरत निजामुद्दीन मिलेनियम सुपरफास्ट एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे थे। इस ट्रेन में उनकी बर्थ निचली थी और वह आगरा जा रहे थे। जीपीआर के एक अधिकारी के अनुसार, ट्रेन तेलंगाना के वारंगल जिले से गुजर रही थी, उसी दौरान ये घटना हुई। अधिकारी ने बताया की बर्थ गिरने से यात्री की गर्दन में चोट आई। उन्हें रामागुंडम नाम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में स्थिति को देखते हुए उन्हें हैदराबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 24 जून को उनकी मौत हो गई।
मामले पर रेल मंत्रालय की प्रतिक्रिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीट गिरने से एक व्यक्ति की मौत की घटना के बाद निजामुद्दीन स्टेशन पर सीट की जांच की गई। रेल मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने एक्स पर पोस्ट करके जानकारी दी कि "यह स्पष्ट किया जाता है कि सीट क्षतिग्रस्त स्थिति में नहीं थी, न भी वह गिरी थी और न ही दुर्घटनाग्रस्त हुई थी।" पोस्ट में ये भी लिखा है कि एक यात्री द्वारा ऊपरी बर्थ की चेन सही से न लगाए जाने के कारण ऊपरी बर्थ नीचे गिर गई, जिसके कारण ये हादसा हुआ।